प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार रविवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रवाना होने के पहले नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम ऐसे दौरे में मिल रहे हैं जब दुनिया के अनेक भागों में राजनीतिक संकट, संघर्ष और मानवीय संकट है और वैश्विक अर्थव्यवस्था में कमज़ोरी और जोखिम विद्यमान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत आर्थिक वृद्धि, शांति और स्थिरता को प्रोत्साहन देने के लिए ब्रिक्स मंच को बहुत महत्व देता है।उनका कहना थ कि अनेक उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती छाई हुई है जिसने समावेशी और सतत आर्थिक विकास की राह में चुनौती बढ़ा दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन प्रधानमंत्री के रूप में हमारे महत्वपूर्ण वैश्विक सहयोगियों ब्राज़ील, चीन, रूस और दक्षिण अफ्रीक़ा के नेताओं से मेरी पहली मुलाकात का अवसर भी प्रदान करेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आपसी संबंधों को प्रगाढ़ करने और वैश्विक एवं क्षेत्रीय घटनाक्रम पर ब्रिक्स के साथ विचारों के आदान-प्रदान के लिए सार्थक बैठक की भी होगी।
उन्होंने ब्रिक्स सम्मेलन को आर्थिक विकास के लिये आवश्यक बताया और कहा कि मुझे ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक सहयोग आगे बढ़ाने और वैश्विक आर्थिक स्थिरता एवं समृद्धि की दिशा में हमारे सामूहिक प्रयासों पर चर्चा की आशा है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि नए विकास बैंक और आकस्मिक आरक्षी व्यवस्था जैसी ब्रिक्स की प्रमुख पहल, सफल निष्कर्ष तक पहुंचेगी।)