दिल्ली विधानसभा आज भंग हो गई, जिससे राष्ट्रीय राजधानी में नये चुनाव का मार्ग प्रशस्त हुआ और फरवरी में आम आदमी पार्टी सरकार के गिरने के बाद से यहां बनी राजनीतिक अनिश्चितता समाप्त होगी। गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की विधानसभा को तत्काल प्रभाव से 4 नवम्बर को भंग कर दिया।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कल दिल्ली विधानसभा को भंग करने की सिफारिश की थी। दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने भाजपा, आप और कांग्रेस के साथ बातचीत करने के बाद इस संबंध में अपनी सिफारिश भेजी थी। इन तीनों दलों ने सरकार बनाने में असमर्थता जताई थी और नया जनादेश लेने की मांग की थी।
दिल्ली में ताजा विधानसभा चुनाव अगले साल के शुरू में हो सकते हैं, जबकि विधानसभा की तीन सीटों के लिए 25 नवम्बर को होने वाले उपचुनाव की प्रक्रिया को चुनाव आयोग ने आज रद्द कर दिया। इस उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज अंतिम दिन था।