आतंकवादी फ़्रांस में विश्व प्रसिद्ध एफ़िल टॉवर और एक परमाणु संयंत्र को उड़ाने की योजना बना रहे हैं।
एक फ़्रांसीसी जेहादी और मग़रेब में अल-क़ायदा के एक प्रमुख कमांडर के बीच हुई बातचीत के लीक होने से इस साज़िश से पर्दा हटा है।फ़्रांसीसी समाचार पत्र ली परिज़ियन के मुताबिक़, इस साज़िश का भंडाफोड़ उस समय हुआ जब फ़्रांसीसी पुलिस ने अलजीरिया मूल के 29 वर्षीय व्यक्ति और अल-क़ायदा की मग़रेब शाख़ा के एक प्रमुख सरग़ना के बीच होने वाली बातचीत की निगरानी शुरू की।
यह दोनों आतंकवादी क़रीब एक वर्ष से तकफ़ीरी चरमपंथियों की एक वेब साइट शोमूक अल-इस्लाम पर संदेशों का आदान प्रदान कर रहे थे।फ्रांसीसी आतंकवादी इस साइट पर अबू जाजी के नाम से और अल-क़ायदा आतंकवादी अलियास रीडोने18 के नाम से संदेशों का आदान प्रदान कर रहे थे।रिपोर्ट के मुताबिक़, रीडोने18 ने अबू जाजी से सुझाव मांगा कि किस तरह उस स्थान पर जेहाद शुरू किया जाए जहां तुम हो?
अबू जाजी ने सुझाव दिया कि जेहादी ऐतिहासिक विरासत जैसे कि पेरिस स्थित प्रसिद्ध संग्राहलय लॉवरे या एफ़िल टॉवर को निशाना बना सकते हैं। उसने कहा कि दक्षिणी फ़्रांस में परमाणु संयंत्रों या समारोहों को भी निशाना बनाया जा सकता है।
ग़ौरतल है कि फ्रांस समेत अन्य पश्चिमी देशों में तकफ़ीरी आतंकवाद ऐसी स्थिति में पनप रहा है कि जब इन देशों की सरकारें सीरिया, इराक़ और मध्यपूर्व के दूसरे देशों में आतंकवाद को बड़े पैमाने पर अपने हितों को साधने के लिए इस्तेमाल कर रही हैं।
फ़्रांस सीरिया में विदेशी समर्थन प्राप्त आतंकवादी गुटों का समर्थन करता रहा है और उन्हें हथियारों समेत हर प्रकार की सहायता दे रहा है।