लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सात राज्यों की 51 सीटों पर वोटिंग छिटपुट हिंसा और ईवीएम में गड़बड़ी के बीच सोमवार की शाम छह बजे खत्म हो गई। वोटिंग के अंतिम आंकड़े थोड़ी देर बाद पूरी तरह से साफ हो पाएंगे। उत्तर प्रदेश में शाम पांच बजे तक वोटिंग के आंकड़े इस तरह से हैं-
यूपी की लोकसभा सीटों पर शाम 5 बजे तक मतदान
धौराहरा 59.35%, सीतापुर 59.59%, मोहनलालगंज 57.48%, लखनऊ 50.48%, रायबरेली 50.29%, अमेठी 48.56%, बांदा 56.07%, फतेहपुर 50.17%, कौशांबी 49.00%, बाराबंकी 57.09%, फैजाबाद /अयोध्या 54.45%, बहराइच 52.49%, कैसरगंज 51.87% और गोंडा 45.25%.
कई दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में बंद
इस चरण में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और अमेठी से चुनाव लड़ रहीं स्मृति ईरानी की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। इस चरण में 674 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर थी। सात राज्यों की 51 सीटों पर चुनाव के लिए 96088 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
इन दिग्गजों की परीक्षा :
पांचवें चरण के चुनाव में केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह (लखनऊ), कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (अमेठी), यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी (रायबरेली), केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (अमेठी), पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद (धौरहरा) और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निर्मल खत्री (फैजाबाद) जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है।
2014 में कांग्रेस ने जीती थी 51 सीटें
एनडीए ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 51 सीटों में से 41 सीटें जीती थी, जो 2009 के मुकाबले 27 सीट ज्यादा थी। बीजेपी ने राजस्थान में 2014 में सभी लोकसभा सीटें जीती थी लेकिन इस बार 2018 में विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद उस जीत को दोहरापाना उसके लिए मुश्किल है। सोमवार को राजस्थान की 12 संसदीय सीट पर वोटिंग हुई।
राजस्थान को छोड़कर छह में से जिन चार राज्य (बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर), जहां पर सोमवार को वोटिंग हुई है वहां पर हाल के दिनों में बीजेपी को विधानसभा चुनाव में या तो शिकस्त का सामना करना पड़ा है या फिर संयुक्त विपक्ष की कड़ी चुनौती से जूझना पड़ रहा है।
10 में से जिन सात लोकसभा सीट को एनडीए नहीं जीत पाया था वह पश्चिम बंगाल की है। उसके अलावा दो अन्य सीट हैं उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली। वहां से लड़ रहे सोनिया और राहुल गांधी को समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की परोक्ष तौर पर समर्थन प्राप्त है। जबकि, तीन चरणों में हुए अनंतनाग लोकसभा सीट पर बीजेपी को कोई बड़ा आधार नहीं है।