सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई के लिए सरकार के पास जितनी भी महत्वपूर्ण जानकारी होती हैं उन्हें डिफ़ॉल्ट सरकारी तरीके के अनुसार संबंधित विभागों और रक्षा मंत्रालय तक पहुंचाया जाता है।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल मंसूर ालतुर्की ने ालिर्बियह डॉट नेट को दिए गए एक साक्षात्कार में कहा कि आतंकवादियों के बारे में चाहे अंतर्देशीय में हों या विदेश में हूँ के बारे में जानकारी का आदान तय कार्यक्रम के अनुसार किया जाता है । आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए सऊदी अरब के रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और धार्मिक मामलों भी आपस में एक दूसरे से संपर्क में हैं। जिस संस्था के पास आतंकवादियों के बारे में जिस तरह की भी जानकारी होती हैं वे एकीकृत विधि से अन्य संस्थाओं तक पहुंचाई जाती हैं।
एक सवाल के जवाब में सऊदी गृह मंत्रालय के प्रवक्ता का कहना था कि विदेशों खासकर शाम में आईएस के खिलाफ कार्रवाई के बारे में विश्व समुदाय से समन्वय के लिए जिम्मेदार विभाग रक्षा है।
रक्षा विभाग ही आतंकवाद के खिलाफ सक्रिय वैश्विक गठबंधन के साथ भी संपर्क में रहता है। सीरिया में सक्रिय आईएस की सरकोबी को विश्व शक्तियों के गठबंधन में सऊदी अरब भी शामिल है। प्रवक्ता का कहना था कि गृह मंत्रालय आतंकवादियों के बारे में हरनोियत जानकारी सुरक्षा एजेंसियों तक पहुंचाने का जिम्मेदार है।
मेजर जनरल मंसूर ालतुर्की का कहना था कि आतंकवादियों के लक्ष्य के बारे में हमारे पास जितनी भी महत्वपूर्ण जानकारी होती हैं उन्हें कम से कम समय में अन्य संस्थाओं तक पहुंचाया जाता है ताकि उन्हें शाम में आतंकवादियों के ठिकानों परहमलों के लिए इस्तेमाल किया जाये।
तीन हजार सऊदी आईएस में शामिल
इससे पहले रविवार को रियाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सऊदी गृह मंत्रालय केवरमान मीजनर जनरल मंसूर ालतुर्की का कहना था कि वैश्विक आतंकवादी संगठन धन इस्लामी ‘आईएस’ ‘में 3000 सऊदी युवा भी शामिल हैं जिनमें 760 ने वापस सऊदी अरब पहुंचने के बाद खुद को अधिकारियों के हवाले कर दिया था।
उन्होंने कहा कि जब तक शाम की समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक आतंकवाद का आयात जारी रहेगा।
दराें बीच गृह मंत्रालय के प्रवक्ता के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ब्रिगेडियर बसाम दान ने बताया कि सऊदी अरब में आईएस के मौजूद नेटवर्क कमांड और नियंत्रण प्रणाली शाम आईएस नेतृत्व के हाथ में है।
शाम में बैठे आतंकवादी सऊदी अरब में मौजूद अपने हम विचार सेनानियों को सऊदी अरब की सुरक्षा के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक साल से कम समय में सऊदी अरब में आईएस ने 30 आतंकवादी कार्रवाइयां की हैं।
ब्रिगेडियर बसाम दान का कहना था कि सीरिया में आईएस की ओर से आतंकवादी सऊदी अरब भेजे जाते हैं जो यहां के लोगों को बरगला करापनी रैंकों में शामिल करने और आतंकवाद की घटनाओं में उन्हें इस्तेमाल करते हैं। उनका लक्ष्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ साथ आम नागरिक, विदेशी नागरिक और सऊदी संपत्ति होती हैं।