हैदराबाद से सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेदादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली में स्टूडेंट इस्लामिक संगठन द्वारा आयोजित प्रोग्राम में दौरान कहा कि, हमने बहुत नारे दिए, हिंन्दू मुस्लमान भाई-भाई। हम मुस्लमान नहीं हुए, वो हिन्दू राष्ट्र की तरफ जरूर बढ़ गए ।
ओवैसी ने कहा, मै आज तक सेकुलरिज्म का मतलब नहीं समझ पाया, सेकुलरिज्म का लफ्ज़ सिर्फ मुसलमानों की बर्बादी के लिए इस्तेमाल किया गया। हमको इस मुल्क में दूसरे दर्जे का शहरी बनाने का जो लोग ख्वाब देख रहे हैं।
जो आज भी हमें पाकिस्तानी कहकह पुकारते हैं, मैं उनसे पूछना चाहतू हूं। की भाई साहेब हर्षद मेहता, केतन पारेख, नीरव मोदी क्या मुस्लमान थे? हमारे हमारे प्रधान्सेवक ने जिसको भाई कहा वही तो लूट कर भाग गया। ये सब के सब अपनी माता की दौलत को लेकर भाग गए , क्या आप इनको मिटा देंगे?