बाराबंकी। 1200 मकतब के बोर्ड तन्जीमुल मकातिब के सचिव मौलाना सफी हैदर पर जानलेवा हमला के बाद मदरसे के छात्रों के प्रदर्शन पर पुलिस की लाठी चार्ज को लेकर कर्बला सिविल लाइन में बैठक कर जिलाधिकारी के जरिये मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर यह मांग की गयी कि अभियुक्त एहसान को गिरफ्तार करने के साथ कोतवाल वजीरगंज को निलम्बित किया जाये।
मालूम हो आज मौलाना इब्ने अब्बास इमामे जमाअत कर्बला सिविल लाइन, मौलाना आसिम हुसैन इमाम जुमा बाराबंकी, मौलाना मोहम्मद रजा जैदपुरी इमामे जमाअत गुलाम अस्करी हाल के नेतृत्व में आज डा. सकलेन, डा. रेहान काजमी, जाकिरे अहलेबैत अलीअब्बास, अब्बास मेहंदी, सलीम काजमी, हसन सज्जाद, मजहर आब्दी,मुदस्सिर मेहंदी, जावेद अस्करी, अजादार हुसैन, मो0 आलिम के अलावा अन्जुमन गुन्चये अब्बासिया के नायब सदर सरवर अली रिजवी, राष्ट्रीय एकता संगठन के जाहिद हुसैन, अन्जुमन पैगामे कर्बला के रफीक अब्बास जैदी उर्फ बबलू, आसिफ, कर्बला सिविल लाइन के खादिम रिज़्ावान मुस्तफा के अलावा बड़ी संख्या में अन्जुमनों के लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सीडीओ अविनाश कृष्ण को सौंपा। इस पत्र में कहा गया कि 1200
मदरसों के बोर्ड तन्जीमुल मकातिब जो प्रदेश के साथ देश के कोने-कोने तक दीनी तालीम व उच्च शिक्षा देकर देश में शान्ति, तहजीब और इन्सानियत का
पैगाम देता है। उसका कार्यालय गोलागंज, लखनऊ थाना वजीरगंज में स्थित है।इस मदरसे में जहां लड़के और लड़कियां को अलग-अलग स्थानों में दीनी तालीम दी जाती हैं। वहीं लड़के और लड़कियांे के हास्टल भी अलग-अलग हैं। 9 फरवरी को शाम साढ़े सात बजे के आस-पास इस कैम्पस में अवैध रूप से रह रहे एहसान अब्बास एडवोकेट द्वारा दरवाजे का ताला तोड़कर अपना ताला लगा लिया गया।
मदरसे के वाचमैन ने जब विरोध किया तो वह गालम-गलौच कर जान से मारने की धमकी देने लगा। तेज आवाज सुनकर कार्यालय मंे मौजूद तन्जीमुल मकातिब के सचिव मौलाना सफी हैदर साहब आ गये जिनको देखकर एहसान वकील आग बबूला हो गया और उन जानलेवा हमला कर दिया। मौलाना से अभद्रता होते देख हास्टल के
छात्रों में गुस्सा फैल गया और वह नारेबाजी करने लगे। इस बात की सूचना पुलिस को दी गयी। जिस पर पुलिस ने एफ0आई0आर0 49/2014 दर्ज की। वहीं एहसान वकील द्वारा इस मुकदमें की अदमपैरवी में वकील होने का गलत फायदा उठाकर अपराध संख्या 50/2014 का एक फर्जी मुकदमा दर्ज करवा दिया और इसके बाद आज फिर सुबह तन्जीमुल मकातिब के कैम्पस में गालम-गलौच देने लगा। जब छात्रों ने विरोध किया तो पुलिस ने वकील एहसान का पक्ष लेते हुए जमकर लाठियां भांजी। जिससे तीन दर्जन से अधिक छात्र घायल हो गये। पुलिस का जुल्म इससे भी नहीं रूका उसने महिला हॉस्टल में भी तोड़-फोड़ की।
ज्ञापन देने वालों ने मांग की है कि उपरोक्त मामले में अभियुक्त एहसान को तत्काल गिरफ्तार किया जाये और पुलिस के जुल्म को देखते हुए कोतवाल
वजीरगंज को तत्काल निलम्बित किया जाये। इसके अलावा विपक्षी एहसान की तरफ से दर्ज करवायी गयी फर्जी रिपोर्ट को निरस्त किया जाये। मौलाना सफी हैदर
साहब व मदरसे के छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था निश्चित की जाये।
वहीं इमामबाड़ा नाजिम हुसैन लाइनपुरवा में एक हंगामी जलसे का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता आबिद हुसैन ने की। इस मौके पर राष्ट्रीय एकता संगठन
के सिकेट्री जाहिद हुसैन ने निन्दा करते हुए कि अगर लखनऊ प्रशासन ने 24 घंटे के अंदर उस वकील व उसके साथी गुण्डों को गिरफ्तार न किया तो मजबूर
होकर मुस्लिम समुदाय सड़कों पर आ जायेगा। यह हमला मौलाना सफी और मदरसों के छात्रों पर नहीं किया गया बल्कि यह हमला पूरी कौम पर हमला है। जाहिद
हुसैन ने आगे कहा कि गुण्डागर्दी की भी एक हद होती है अभी प्रशासन ने मदरसे के बच्चों पर लाठी चार्ज करके ये दिखा दिया कि हम शरीफों की हिफाजत
न करके गुण्डों की पैरवी करते हैं जो आज इसका सुबूत है कि हमारे रहबरों पर हमले हो रहे हैं। जलसे में बड़ी तादाद में लोगों ने इकट्ठा होकर मौलाना
पर हुए हमले की घोर निन्दा की।