नई दिल्ली:दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार को सोमवार को उस समय एक और झटका लगा, जब निर्दलीय विधायक रामबीर शौकीन ने अरविंद केजरीवाल से अपना समर्थन वापस ले लिया। इसके साथ ही केजरीवाल की पार्टी 70 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत से फिसलकर 35 सदस्यों पर सिमट गई है।
शौकीन अपने फैसले की जानकारी देने के लिए उप राज्यपाल से मिलने गए थे, लेकिन नजीब जंग के एक मीटिंग में व्यस्त होने के कारण वह
उनसे नहीं मिल पाए। शौकीन का दावा है कि सरकार ने चूंकि चुनाव से पहले किए गए वादे पूरे नहीं किए हैं इसलिए वह उससे अपना समर्थन वापस ले रहे हैं।
उप राज्यपाल के कार्यालय से बाहर आने के बाद शौकीन ने कहा, हमने पहले से समय नहीं लिया था और उपराज्यपाल को सीधे यह बताने चले आए कि मैं आप के नेतत्व वाली दिल्ली सरकार से अपना समर्थन वापस ले रहा हूं। लेकिन हम उनसे मिल नहीं पाए, क्योंकि वह एक मीटिंग में व्यस्त थे। हमने समय मांगा है और वह शायद कल हमें मिलने का समय देंगे।
शौकीन मुंडका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बिजली और पानी की समस्याओं पर बहुत से वादे किए थे, लेकिन कार्यभार संभालने के कई दिन बाद तक वह समस्याएं सुलझाने में नाकाम रहे।