नई दिल्ली:इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ का आरोप लगाने के बाद बुधवार को चुनाव आयोग पहुंचे अरविंद केजरीवाल से कहा गया कि वह वोटिंग मशीनों में गड़बड़ी के प्रमाण और डीटेल्स दें। आयोग बिना किसी सबूत के ईवीएम में बीजेपी के पक्ष में छेड़छाड़ के आरोप से खुश नहीं है और उसने मुलाकात के दौरान केजरीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए सबूत देने के लिए कह दिया।
न्यूज़ चैनल एनडटीवी के मुताबिक, आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक केजरीवाल से आयोग ने कहा कि उन्हें वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ के सूबत देने चाहिए। इसके साथ ही उन्हें सूचना दी गई कि सारी ईवीएम लेटेस्ट हैं और उनसे छेड़छाड़ संभव ही नहीं है।
इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी पोलिंग बूथों के बाहर वोटरों को जागरूक करने वाले बैनर लगाना चाहती है। उन्होंने इस बारे में ट्विटर पर कहा, ‘हम चुनाव आयोग से बूथों के बाहर हमें बैनर लगाने की अनुमति देने का आग्रह करते हैं, जिससे कि ईवीएम के बारे में वोटरों को शिक्षित किया जा सके।’
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केजरीवाल के आरोप से चुनाव आयोग खफा
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा था कि हमें ईवीएम से छेड़छाड़ का संदेह है। कल सीईसी से मिलने की कोशिश की, लेकिन वह व्यस्त थे। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि दिल्ली कैंट विधानसभा क्षेत्र में 4 ईवीएम में किसी भी बटन को दबाने पर वोट बीजेपी के पक्ष में ही जा रहे थे।
उनके ट्वीट ने चुनाव आयुक्त विनोद जुत्शी को परेशान कर दिया और उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी और भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड के इंजिनियरों से इस मामले पर जवाब मांग लिया। पोल पैनल में मौजूद उच्च पदस्थ सूत्रों ने केजरीवाल के आरोपों को खारिज कर दिया।