नई दिल्ली : दिल्ली में ‘जुगाड़ की सरकार’ बनाने की कोशिशों के बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने भाजपा को फटकार लगाते हुए आगाह किया है कि इससे पूरे देश में गलत संदेश जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को नसीहत दी है कि ऐसा कोई कदम ना उठाया जाए जिससे लगे कि पार्टी सत्ता की भूखी है।
दरअसल शुक्रवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे। भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद अमित शाह पहली बार संघ प्रमुख से मिले। बताया जाता है कि नागपुर में हुई इस मुलाकात में आगामी महीनों में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में संघ से समर्थन को लेकर चर्चा हुई।
सूत्र बताते हैं कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने साफ कर दिया है कि भविष्य में कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में संघ कार्यकर्ता भाजपा की कोई मदद नहीं करेंगे। एक अंग्रेजी दैनिक में छपी खबरों के मुताबिक मोहन भागवत ने अमित शाह को दिल्ली में नए सिरे से चुनाव कराने की सलाह दी है। साथ ही यह भी कहा है कि वह सभी वायदे पूरे किए जाएं जो चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने किए हैं।
संघ प्रमुख ने पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार शाह को स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनावों में आरएसएस ने भाजपा का भरपूर सहयोग किया था। समर्थन की वजह थी कि देश के लिए कठिन समय था, ऐसे में एक मजबूत और निर्णायक सरकार की देश को जरूरत थी। संघ ने शाह को सलाह दी है कि उस पर निर्भर रहने की बजाय पार्टी संगठन को और मजबूत बनाने पर ध्यान दिया जाए। साथ ही भागवत ने महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को मजबूत बनाने का भी निर्देश दिया।