अमरीकी गुप्तचर संस्था सीआईए ने 2025 तक इस्राईल के विनाश की रिपोर्ट दी है और कहा कि यहूदियों ने बहुत पहले से उन देशों की ओर पलायन शुरु कर दिया है जिन देशों से वह अतिग्रहित फ़िलिस्तीन गए थे।
फ़िलिस्तीन इन्फ़ार्मेशन सेंटर के अनुसार आशा है कि अगले 10 साल में पांच लाख अफ़्रीक़ी, दस लाख रूसी और बहुत से युरोपीय देशों से आने वाले यहूदी, अतिग्रहित फ़िलिस्तीन से लौट जाएंगे। इस रिपोर्ट में जिसका शीर्षक है, इस्राईल रहित मध्यपूर्व की तय्यारी, इस बात पर बल दिया गया है कि इस्राईल का सर्वनाश निश्चित है।
इस रिपोर्ट के अनुसार इस्राईल के पड़ोसी देशों विशेष रूप से मिस्र में इस्लामी रुझान वाले धड़ों के सत्ता में आने से यहूदियों की अपनी जान, अपने बच्चों और भविष्य को लेकर चिंता बढ़ सकती है और यही कारण है कि अतिग्रहित फ़िलिस्तीन से उनके वापस लौटने की प्रक्रिया शुरु हो गई है।
इस रिपोर्ट में फ़िलिस्तीनियों के मुक़ाबले में ज़ायोनियों में जन्म दर की कमी और अंतर्राष्ट्रीय क़ानून के विशेषज्ञ फ़िलिप लैंप की रिपोर्ट की ओर इशारा किया गया है कि लगभग 5 लाख ज़ायोनियों के पास अमरीकी पासपोर्ट हैं और जिनके पास अमरीकी या युरोपीय पासपोर्ट नहीं हैं वे उसे हासिल करने के लिए कोशिश कर रहे हैं। इस आधार पर एक यहूदी देश के गठन का सपना जिसे ज़ायोनी अधिकारियों ने देखा था, चकनाचूर होने के बाद अब एक ऐसे देश के गठन का इंतेज़ार करना चाहिए जो विभिन्न धर्मों और जातियों पर आधारित हो।
अमरीकी गुप्तचर संस्था ने इस गुप्त रिपोर्ट में जो लीक हो गयी है, कहा है कि इस्राईल के अस्तित्व के बीस साल तक बाक़ी रहने की संभावना बहुत कम है। इसी प्रकार फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों की वापसी की सूचना दी है कहा है कि इस बात की संभावना है कि अगले पंद्रह साल के दौरान लगभग 20 लाख फ़िलिस्तीनी वतन वापस लौट जाएंगे। /