वाशिंगटन : अमेरिका में पिछले 17 साल के इतिहास में पहली बार सरकारी कामकाज बंद किया जाने लगा है। सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी शुरू हो गई है। अमेरिका में यह नौबत अगले साल के लिए बजट की मंजूरी नहीं मिलने से हुआ है। रिपब्लिक पार्टी के नेतृत्व वाले हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने बजट को मंजूरी देने से इंकार कर दिया है।
राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बिल को पारित करने की अपील की थी लेकन हाउस में बिल को लेकर सहमति नहीं बन सकी जिसके बाद कामकाज बंद होने का क्रम शुरू हो गया। समझा जाता है कि इस बंद से करीब सात लाख सरकारी कर्मचारी प्रभावित होंगे। कामकाज दोबारा शुरू होने के बाद उन्हें किसी तरह का भुगतान किया जाएगा कि नहीं इसे लेकर संशय बरकरार है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि जरूरी सेवाएं और सुरक्षा पर इस बंद का असर नहीं पड़ेगा।
रिपोर्टों के मुताबिक खर्च की सीमा बढ़ाने की समय सीमा खत्म हो चुकी है, जिसके चलते सात लाख से ज्यादा संघीय सरकारी कर्मचारियों को अवैतनिक छुट्टी पर भेजा जा रहा ह। 17 सालों में पहली बार आए इस संकट का प्रमुख कारण यह है कि अमेरिकी में बजट को वहां की संसद यानी सीनेट से मंजूरी नहीं मिली है, जिसके चलते सरकारी खर्चों पर संकट पैदा हो गया है। इस राजनैतिक अड़चन की मुख्य वजह हेल्थकेयर कानून है, जिसे ओबामा केयर भी कहा जाता है। ओबामा इसे पास करवाने पर तुले हैं, लेकिन उनके विरोधी इसे खर्चीला मानते हैं।
इस संकट पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, ‘मैंने कतई हार नहीं मानी है। मुझे लगता है, मैं आने वाले दो-तीन दिनों में नेताओं से इस बारे में बात करूंगा लेकिन इसका एक सीधा-सादा और आसान उपाय है। छोटे वक्त के राजनैतिक लाभों को दरकिनार करते हुए लम्बे समय में होने वाले लाभों के बारे में सोचना होगा। यहां सबसे ज़रूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी ज़िम्मेदारी को समझे, और वही करे, जो अमेरिकी जनता के लिए उचित हो।’